सोमवार 19 मई 2025 - 08:27
मासूमीन अ.स. की रहनुमाई में गर्मी से बचाव का तरीका

हौज़ा / गर्मी अपने चरम पर है। कमज़ोर और बीमार लोग इस मौसम की तीव्रता से परेशान हैं। मौसम विभाग की ओर से भी एहतियाती उपाय अपनाने की हिदायतें दी जा रही हैं ताकि लोग स्वस्थ रह सकें और गर्मी के असर से बचे रहें। इसके लिए हमें क्या करना चाहिए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,गर्मी अपने चरम पर है। कमज़ोर और बीमार लोग इस मौसम की तीव्रता से परेशान हैं। मौसम विभाग की ओर से भी एहतियाती उपाय अपनाने की हिदायतें दी जा रही हैं ताकि लोग स्वस्थ रह सकें और गर्मी के असर से बचे रहें।हमें याद रखना चाहिए कि जिसने गर्मी का मौसम पैदा किया है, उसी ने इंसान को भी पैदा किया है।

इसलिए अगर उसने गर्मी पैदा की है तो उससे बचने के साधन भी जरूर दिए होंगे। अल्लाह तआला ने गर्मियों में ऐसे फल पैदा किए हैं जो इंसानी जिस्म को ठंडक पहुंचाते हैं और मौसम की सख्ती से बचाते हैं। अल्लाह ने इंसान की जिस्मानी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए हर मौसम के मुताबिक अलग-अलग फल बनाए ताकि इंसान एक प्राकृतिक और सेहतमंद ज़िंदगी बिता सके।

गर्मी के फल न सिर्फ़ स्वादिष्ट और तरावट भरे होते हैं, बल्कि प्यास बुझाने, शरीर को ताज़ा रखने और कई बीमारियों से बचाने में भी असरदार होते हैं। इस्लाम धर्म, ख़ासतौर पर अहलेबैत अ.स. की तालीमात में इन नेमतों के इस्तेमाल की न सिर्फ़ तरग़ीब दी गई है, बल्कि इनके फ़वाइद (लाभ) भी बयान किए गए हैं।

हम यहां कुछ फलों का ज़िक्र मासूमीन अ.स. के फरमूदात की रौशनी में पेश कर रहे हैं ताकि इन हिदायतों पर अमल कर के हम गर्मी के मौसम में सेहतमंद और रूहानी तौर पर भी पाकीज़ा ज़िंदगी बिता सकें।

1. तरबूज़:
तरबूज़ गर्मियों का सबसे ज़्यादा पसंदीदा और फ़ायदेमंद फल है ये शरीर में पानी की कमी दूर करता है और गर्मी कम करता है।
इमाम जाफ़र सादिक़ अ.स. फरमाते हैं:
तरबूज़ खाली पेट खाना पेट को साफ़ करता है, आंखों की रौशनी बढ़ाता है और चेहरे की रंगत निखारता है।
(अलकाफ़ी, जिल्द 6, सफ़ा 360)

2. खीरा और ककड़ी:
ये दोनों फल शरीर को ठंडक देते हैं। इनके इस्तेमाल से पेट हल्का रहता है और प्यास की शिद्दत कम होती है।
इमाम सादिक़ अ.स. फरमाते हैं:
खीरा जिगर को ठंडक पहुंचाता है और पेट को साफ करता है।
(मकारिमुल अख़लाक़, सफ़ा 176)

3. अंगूर:
अंगूर का ज़िक्र कुरआन में “रिज़्क़न लिल-इबाद” (बंदों के लिए रोज़ी) के तौर पर हुआ है। ये बहुत ताक़तवर, एनर्जी देने वाला और दिल दिमाग को तरावट देने वाला फल है।
रसूल अक़दस स.अ. फरमाते हैं:
अंगूर खाया करो, यह थकान दूर करता है, नसों को मज़बूत करता है और दिल को ताक़त देता है।
(तिब्बे नबवी, सफ़ा 128)

4. अनार:
इमामों ने अनार को खास अहमियत दी है। ये खून साफ करता है और दिल को ताज़गी देता है।
इमाम रज़ा अ.स. फरमाते हैं:
जो शख़्स एक अनार खाता है, उसके दिल में शैतान चालीस दिन तक बीमार रहता है।
(उयूने अख़बारिर रज़ा, जिल्द 2, सफ़ा 30)

5. खजूर:
हालाँकि खजूर गर्म मिजाज फल है, लेकिन इसकी कुछ किस्में गर्मियों में भी फ़ायदेमंद होती हैं, ख़ासकर इफ़्तार के वक़्त।
हज़रत अली अ.स. फरमाते हैं:
खजूर फल भी है, खाना भी है और मिठाई भी।
(अलख़िसाल, सफ़ा 619)

अहलेबैत अ.स. की तालीमात से ये बात वाज़ेह होती है कि मौसमी फल सिर्फ़ लुत्फ़ और स्वाद के लिए नहीं हैं, बल्कि जिस्मानी सेहत, रूहानी पाकीज़गी और शैतानी असर से हिफ़ाज़त का ज़रिया भी हैं। अगर इन फलों का इस्तेमाल एहतियात और संतुलन के साथ किया जाए तो ये नेचुरल दवा भी हैं और अहलेबैत अ.स. की सुन्नत पर अमल का ज़रिया भी।

हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि वह हमें गर्मी के नुक़सानात से बचाए, इन नेमतों की कद्र करने की तौफ़ीक़ दे, और जहन्नम की गर्मी से पनाह दे।
आमीन।
व-अल्हम्दुलिल्लाहि रब्बिल-आलमीन।

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